Life/Zindagi ka Cricket kaise khele
ज़िन्दगी का क्रिकेट कैसे खेलें?
Live Life like a Cricket in hindi : ज़िन्दगी को क्रिकेट की तरह खेला जा सकता है क्या?
हाँ, बिल्कुल। लेकिन उसके नियम को ध्यान में रखना जरुरी है। तभी लक्ष्य प्राप्त होगा। आइये मोरारी बापू के शब्द उन्हीं को वाणी में सुनते हैं। मोरारी बापू कहते हैं कि
जो संसार के मैदान में आकर गलत गेंदों को भी सहन कर ले, गलत निवेदनों को भी कृपावंत स्वभाव से छोड़ दे कि no ball आ रहा है, wide ball है, हमको 1 run मिल जायेगा खेलने की ज़रूरत नहीं।
कोई तुम्हारे लिये निंदा का गेंद फेंके ना ….ये wide ball है। तुम्हारे खाते में 1 run जमा हो जायेगा और तुम्हें 1 गेंद और खेलने की छूट मिल जायेगी। इसलिये निंदक का जवाब मत देना, ज़रा हटके …गेंद को जाने दो wide ball …..अथवा तो हमें कोई चिंता नहीं …umpire ध्यान रख रहा है।
गया फेंकने और उसकी 1 इंच …आधी इंच भी उसकी जो रेखा होती है उसके ऊपर पैर गया तो no ball हो जायेगा।
हमें कोई चिंता नहीं …no ball से हमारी stump उखड जाये दुनिया की दृष्टि से तो भी run बढ जायेगा। एक गेंद और खेलने को मिल जायेगी।
खेलो ….अपने लक्ष्य की प्राप्ती के लिये आगे बढो।
बापू के शब्द
मानस राम राजा
जय सियाराम