Mandir aur Tirath me kyo jana chahiye
मन्दिर और तीर्थ में क्यों जाएं?
लोगों के मन का प्रश्न है कि हमें मंदिर क्यों जाना चाहिए?(Hame mandir kyo jana chahiye) , #why should we go to temple(hame tirath me kyon jana chahiye) भगवान तो हर जगह है। एकदम सच बात है। भगवान हर जगह है और जहाँ भी आप हो वहाँ प्रेम से बुलाओगे भगवान वहाँ आ जायेंगे। लेकिन तीर्थ स्थान और मंदिरों की अपनी विशेष महिमा है। जो कभी भी कम नहीं हो सकती। हम भले ही लाख तर्क करें।
मोरारी बापू ने मानस श्रीदेवी राम कथा में इसी पर चर्चा की थी। उन्होंने एक बहुत सुंदर उदाहरण भी दिया था कि हम तीर्थों में क्यों जाएं?
आइये उन्हीं के शब्दों में पढ़ते हैं। मोरारी बापू कहते हैं कि-
मेरे युवान भाई बहन कभी प्रयोग करना ये तीर्थों की महिमा इसलिये है कि तीर्थ में ऊर्जा भरी पड़ी है। वहाँ जाकर कुछ करने से शक्ति बहुत लोग कहते हैं घर में काशी, घर में गंगा, तेरे बापा क्यूँ गये थे काशी ?
तीर्थ यात्रा भी 1 अवस्था है। भले अधमा अवस्था है …लेकिन अवस्था है।
तुम्हारी गाड़ी के wheel में से हवा निकल गई, कम हो गई और driver को पता लगे कि tube से हवा कम हो गई है तो आप ऐसे करो ना कि हवा तो सब जगह है। tyre खोलो …बाहर निकालो …tube निकालो और फिर ऐसे पकड़कर खड़े रहो कि हवा इसमें आ जा …हवा तो सर्वत्र है लेकिन ऐसे हवा भरी जा सकती है?
जहाँ petrol pump हो उसकी विशिष्ट जगह होती है। तीर्थ हवा भरने के विशिष्ट petrol pump हैं। उसकी आलोचना मत करो।
लोग कहते हैं मंदिर में क्यूँ जायें ?
मंदिर तुम्हें ऊर्जा देते हैं. ..तीर्थ ऊर्जा देते हैं।
बापू के शब्द
मानस श्रीदेवी
जय सियाराम