Khush rehne ke Tarike/Upay/Tips/Mantra
हमेशा खुश रहने के तरीके/उपाय/टिप्स/मन्त्र
हम सभी हमेशा ख़ुश रहना चाहते हैं, कोई भी दुखी नहीं होना चाहता। हम सब जितने भी कर्म करते हैं वो सब सुखी होने के लिए ही तो करते हैं। लेकिन क्या सुखी हो पाए?
नहीं, बिल्कुल भी नहीं। राम कथा में मोरारी बापू बता रहे हैं कि
अपने आस पास जो प्राप्य हो उसी में गुज़ारा कर लो। बहुत हाथ लंबे मत करो …उदास हो जाओगे क्योंकि आकांक्षा कभी कम होने वाली नहीं।
गीता में कहा है …इस दुनिया में जो आदमी दूसरे का द्वेष नहीं करता और दूसरे से कामना नहीं करता वो किसी भी लिबास में, किसी भी जाति में संन्यासी है अर्जुन और लोग तो चौथी अवस्था में संन्यास लेते हैं लेकिन मैं उसको निरंतर नित्य संन्यासी कहता हूँ।
जो सहज प्राप्य है प्रारब्ध के कारण, पुरूषार्थ के कारण, किसी की करूणा के कारण….यदि जो मिला है उसको सादगी से जिया जाये।
मोरारी बापू के शब्द
मानस सेतु
जय सियाराम
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