Maricha and subahu vadh story : मारीच और सुबाहु का वध
जब मारीच(Marich) को पता चला हैं तो वह अपने सहायकों को लेकर दौड़ा। श्री रामजी ने बिना फल वाला बाण उसको मारा, जिससे वह सौ योजन के विस्तार वाले समुद्र के पार जा गिरा।
फिर सुबाहु(Subahu) को अग्निबाण मारा। इधर छोटे भाई लक्ष्मणजी ने राक्षसों की सेना का संहार कर डाला। इस प्रकार श्री रामजी ने राक्षसों को मारकर ब्राह्मणों को निर्भय कर दिया। तब सारे देवता और मुनि स्तुति करने लगे।
अब भगवान कुछ दिन और आश्रम में रहे हैं। और सबको आनंद प्रदान कर रहे हैं। फिर एक दिन मुनि ने धनुष यज्ञ के कार्यक्रम के बारे में बताया हैं और वहां चलने को कहा हैं। धनुषयज्ञ (की बात) सुनकर मुनिश्रेष्ठ विश्वामित्रजी के साथ प्रसन्न होकर चले।
Read : राधा रानी भक्त गुलाब सखी कथा
Read : राम नाम महिमा
Pages: 1 2
THANKS
I would like to read it hole at my home.
jai siyaram