How many times we should read Hanuman Chalisa in hindi – हनुमान चालीसा कितनी बार पढ़नी चाहिए
जय सियाराम।
लोग संसय में रहते हैं कि हनुमान चालीसा का पाठ कितनी बार करना चाहिए? अगर हनुमान चालीसा पूरी न पढ़ पाए तो क्या होगा? क्या हमें पूरी हनुमान चालीसा पढ़नी चाहिए? और कुछ लोगों ने हनुमान चालीसा को लेकर डर बिठा दिया है। पर धन्य है भारत देश, भारत देश के संत जो बहुत सरल करके बता देते हैं। तो इसका जवाब मैं क्या दूंगा दोस्तों, मोरारी बापू जवाब दे रहे हैं। उन्ही के शब्दों में सुनिए। एक मोरारी बापू की कथा से प्रेम करने वाली भक्त्या ने उनके शब्दों को ज्यों का त्यों लिखा है। आप पढ़िए–
Hanuman Chalisa Kitni bar Padhna Chahiye
मोरारी बापू कह रहे हैं कि :
हनुमान चालिसा मेरी दृष्टी में त्रिभुवनीय महिमा है। तुलसी कहते हैं हनुमानजी को …आप राम लक्ष्मण जानकी के साथ मेरे हृदय में बसो …हमारे दिल में आप निवास करो और कुछ नहीं चाहिये।
मैं विनंती करता रहता ..रोज़ 11 बार हनुमान चालिसा का पाठ करो ..11 ना हो तो 9 बार करो.. चलेगा … जितनी राहत दी जाये ..मैं देने की कोशिश करूँ ….9 बार ना हो तो 7 बार करो … 7 बार ना हो तो 5 बार करो … 5 बार ना हो तो 3 बार करो … 3 बार ना हो तो केवल 1 बार हनुमान चालिसा का स्मरण करो।
…दिन में 1 बार भी ना कर सको तो केवल …
श्री गुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुर सुधारि।
बरनउं रघुबर विमल जसु, जो दायकु फल चारि॥
बुद्धिहीन तनु जानिकै, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि विद्या देहु मोहिं, हरहु कलेश विकार॥
ये कहना ….फिर …..
पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रुप।
राम लखन सीता सहित ह्रदय बसहु सुर भूप॥
जाओ पूरी हनुमान चालिसा ….
इतना भी आप ना कर सको तो केवल …जय हनुमान ज्ञान गुण सागर….बस इतना ही यार ….कोई मिले तो कहना जय हनुमान ज्ञान गुण सागर…..भले वो तुमको पागल समझे।
ये भी ना कर सको तो मेरी नम्र प्रार्थना करबद्ध …कि जो हनुमान चालिसा करते हो उसकी निंदा ना करो कम से कम …उसकी आलोचना ना करो …
तो हनुमान साधना ….बहुत तांत्रिक साधना ..बहुत उग्र साधना में हनुमानजी में जाना ही नहीं …सौम्य स्वरूप पकड़ो …शुद्ध बुद्ध हनुमंत तत्व का आश्रय करें।
बापू के शब्द
मानस महिम्न
जय सियाराम
super
Thanks. Jai Siyaram 🙂
Jai Shri ram jai Hanuman
Jai Siyaram 🙂 Jai hanuman 🙏